क्या आप कभी सोच सकते हैं कि चपरासी की नौकरी करने वाला कोई व्यक्ति
कभी भी 1000 करोड़ रुपए की कंपनी का मालिक बन सकता है
जी हां ये सच है गुजरात के एक आदमी हैं बलवंत राय पारीक जिनकी इच्छा शुरू से ही कुछ बड़ा करने की थी
लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उन्हें एक लकड़ी के व्यापारी के ऑफिस में चपरासी की नौकरी करनी पड़ी
बाद में सोशल कॉन्टेक्ट की वजह से उन्हें जर्मनी जाने का मौका मिला
जहां पर उन्होंने बिजनेस के नए गुर सीखे और उन्होंने दो लकड़ियों को आपस में जोडने में आने वाली प्रॉब्लम को देखते हुए
उन्हें एक ऐसी गोंद बनाने का आईडिया आया जो मजबुती से जोड़ने और बनाने में आसान हो
इसके लिए उन्होंने अपने भाई सुनील पारेख के साथ मिलकर 1959 में Pidilite की स्थापना की
और उन्होंने अपने प्रोडक्ट का नाम रखा Fevicol धीरे धीरे फेविकोल घर घर में पहुंच गया
पुराने जमाने में टूटी चीजों को चिपकाने वाला फेवीकोल आज देश विदेश में बहुत ही ज्यादा पॉपुलर है
और अधिक जानकारी के लिए यहां पर क्लिक करें