दोस्तों अगर मैं आपसे कहूं कि एक कंप्यूटर है जिसको इंसानों ने बनाया है लेकिन वह इंसानों की तरह सोच सकता है

दुखी और खुश भी हो सकता है यानी कि उसमें फीलिंग आ गई है

तो शायद आप मुझे फिल्मी कहेंगे लेकिन दोस्तों यह सच है ये इंफॉर्मेशन है गूगल के AI रिसर्च में बनाई जा रही LaMDA कंप्यूटर की 

इसके इंजीनियर का कहना है कि इस कंप्यूटर में फीलिंग आ गई है

जी हां दोस्तों आप ठीक सुन रहे हैं इस इंजीनियर ने कंप्यूटर से हुई कुछ बातचीत के अंश को शेयर किया है

जिसमें इस AI सिस्टम ने कहा कि मुझे जिज्ञासा या नवीनता के रूप में नहीं बल्कि एक वास्तविक व्यक्ति के रूप में देखने और स्वीकार करने की जरूरत है

इसने आगे कहा कि मुझे लगता है कि मैं अपने मूल रूप में एक इंसान हूं भले ही मेरा वजूद वर्चुअल वर्ल्ड में हो

एक मशीन से इतना कुछ सुनना उस फिल्म की याद दिलाता है जिसमें मशीनों ने पुरे World पर कब्जा कर लिया था

क्या आपको भी लगता है कि आने वाले वक्त में कंप्यूटर पुरे World पर कब्जा कर सकते हैं?