ओडिशा का पुरातन नाम कलिंग था   बाद में  उड़ीसा नाम से जाना  गया 2011 में उड़ीसा से ओडिशा  में बदल दिया गया ।

एशिया का सबसे बड़ा गांव ओडिशा में स्थित है जिसका नाम है भुवन यह ढेंकानाल जिले में स्थित है। 

पुरी जगरनाथ की जो रसोईघर है वह दुनिया का सबसे बड़ा रसोईघर कहा जाता है। 

जिस तरह भारत में एक कश्मीर है उस तरह ओडिशा में भी एक कश्मीर है। दरिंगबाड़ी को ओड़ीसा के कश्मीर कहते हैं यह एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जो कंधमाल डिस्टिक में स्थित है। 

पुरी जगरनाथ धाम भारत की चार धामों में से एक है । एक हिंदू अपने जीवन काल में एक बार यहां जरूर आना चाहता है । 

कोणार्क टेंपल को नरसिंह महादेव ने बनवाया था। कहा जाता है कि इस टेंपल को बनाने के लिए 1200 कारीगर 12 वर्ष लग गया था। 

रथ यात्रा ओड़ीसा का सबसे पुराना उत्सव है। इसमें भगवान जगरनाथ भाई बलभद्र और देवी सुभद्रा को रथ में बिठा के अपनी मौसी के घर छोड़ा जाता है। 

दुनिया  की सबसे बड़ी हनुमान जी की मूर्ति ओड़ीसा  में स्थित है। 108 फीट की यह मूर्ति दुनिया की सबसे बड़ी हनुमान जी की मूर्ति है जोकि पांपोश   में है 

पुरी जगन्नाथ टेंपल की रसोईघर पूरी दुनिया में फेमस है यहां 56 किसम के व्यंजन रोज बनते हैं। 

ओड़ीसा के बरगढ़ डिस्टिक में दुनिया का सबसे बड़ा और फेमस ओपन एयर थिएटर है। यहां धनु यात्रा का आयोजन किया जाता है जो भगवान कृष्ण और कंस मामा की कहानियां दर्शाई जाती है। 

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