दोस्तों एमआरएफ इंडिया में टायर बेचने के मामले में नंबर वन कंपनी है
लेकिन क्या आपको पता है साल 1946 से पहले MRF कंपनी के मालिक अमेरिका की सड़कों पर गुब्बारे बेचा करते थे
दरअसल MRF के Founder ने 6 साल तक अमेरिका के रोड पर गुब्बारे बेचने के बाद यह analyzed किया
कि एक ही अमेरिकन कंपनी पूरे भारत में रबर की सप्लाई करती है
और इसीलिए उन्होंने अपनी सारी सेविंग जोड़कर 1946 में पहली बार टायर रबर की मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर दी
क्योंकि MRF एक इंडियन कंपनी थी इसलिए उसे भारत सरकार को कोई भी इंपोर्ट कॉस्ट नहीं देनी पड़ती थी
और इसी वजह से एमआरएफ के टायर काफी ज्यादा सस्ते मिलते थे
फिर क्या था इंडिया के लोगों ने MRF के टायर को काफी ज्यादा मात्रा में खरीदना शुरू कर दिया
और देखते ही देखते MRF इंडिया में बहुत ज्यादा पॉपुलर हो गया इसके बाद MRF ने बहुत ही ज्यादा Brilliant मार्केटिंग की
और भारत के टॉप क्रिकेट के खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली को स्पॉन्सर किया
और इन्ही कुछ वजहों के कारण आज MRF का मार्केट कैप 28000 करोड रुपए और इनकी मार्केट में हिस्सेदारी 25% है