UP के नोयडा सेक्टर 93ए में बना ट्वीट टावर आज ढ़हा दिया गया.

32 से  35 मंजिला ये इमारत कुछ ही सेकेंड में जमीदोज़ हो गई.

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इस टॉवर को गिराने में 17 करोड़ का खर्च आया.

इस Building को गिराने के लिए  3700 किलो बारूद का इस्तेमाल हुआ.

सोचिए जिस Building को गिराने में 17 करोड़ खर्च हुआ उसे बनाने में कितना पैसा लगा होगा.

इस टावर की ऊचांई कुतुबमीनार से भी ज्यादा थी.

एक रिपोर्ट के मुताबिक इसको बनाने में 300 करोड़ से 400 करोड़ रूपये के बीच में खर्च हुआ है.

अगर इसको लेकर कोई विवाद नहीं होता तो आज के समय इसकी कीमत 1000 करोड़ रूपये होती.

इस Building में 950 फ्लैट्स से भी ज्यादा जगह थी. 

ये डिंमोलेशन उन बिल्डर्स के लिए एक सबक है जो अवैध तरीके से ऐसी बिल्डिंग का निर्माण करते हैं.