भारत में मंदी आएगी या नहीं इसकी चर्चा रोज चलती रहती है दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में तकनीकी तौर पर मंदी ने दस्तक दे दिया है

भारत में आर्थिक मंदी को मापने का तरीका है लोगों की खरीदने की क्षमता जिस पर नजर रखनी होती हैं

लेकिन अमेरिका में मंदी को मापने के लिए अंडरवियर और टीशर्ट पर नजर रखनी होती है सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा है लेकिन यह सही है

हमारा मतलब इन चीजों की बिक्री से है सुनकर आपको थोड़ा अटपटा जरूर लग सकता है लेकिन यह सच है दरअसल अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रेसर्व के पूर्व प्रमुख एलन ग्रीनस्पैन 

मानते थे कि इस तरीके से मंदी का अनुमान लगाया जा सकता है इनको दुनिया के धुरंधर अर्थशास्त्रिओं में माना जाता है

उनके अनुसार जब पुरुष फाइनेंशली दबाव महसूस करता है कि वह अपने अंडरवियर को भी नहीं बदल सकता उन्हें ऐसा लगता है कि यही मंदी की दस्तक का समय होता है

अगर हम इस पैरामीटर पर भारत में आर्थिक मंदी को मापने का प्रयास करें तो हमें किसी अंडरवियर ब्रांड को देखना होगा Jockey इसके लिए एक अच्छा उदाहरण हो सकता है

इस ब्रांड के अंडरवियर को बनाने और बेचने का लाइसेंस पेज इंडस्ट्रीज के पास है और जनवरी से मार्च 2022 के दौरान इस कंपनी की सेल 26% बढ़ गई है

अब बात करते हैं दूसरे इंडिकेटर यानी कि टी-शर्ट इसके लिए हम V-Mart को लेते हैं जिसके रेवेन्यू में भी 30% की बढ़ोतरी हुई है

अगर हम इस इंडिकेटर को मान ले तो भारत में आर्थिक मंदी तो नहीं दिख रही है आपको क्या लगता है कि क्या यह इंडिकेटर भारत में आर्थिक मंदी बताने के लिए सही तरीका है या नहीं