दोस्तों ये कहनी है सत्यम कंप्यूटर के मालिक रामलिंग राजू की जिन्होंने 1999 से 2008 तक 7000 हज़ार करोड़ रुपए का स्कैम किया 

और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगने दी 

दरअसल राजू ने सत्यम कंप्यूटर के फाइनेंसियल स्टेटमेंट को फेक बैंक स्टेटमेंट इमोसिस के जरिये बहुत ज्यादा दिखा दिया

जिससे अल्टीमेटली कंपनी के शेयर बहुत तेजी से बिकने लगे 

और शेयर का प्राइस बहुत ही तेजी से बढ़ता चला गया और रामलिंगम राजू ने इसे बेचकर बहुत ज्यादा पैसा कमाया

यही नहीं इन्ही पैसों की मदद से उन्होंने Maytas नाम की एक कंपनी बनाई जिसकी मदद से वो पूरे भारत में प्रॉपर्टी खरीदने लगे

साल 2008 तक सत्यम कंप्यूटर के बुक्स ऑफ अकाउंट में 7000 करोड रुपए दिख रहे थे 

लेकिन असल में वो रियल थे ही नहीं और इसे कवर करने के लिए राजू के पास एक प्लान भी था

कि वह बिना किसी ट्रांजैक्शन के यह दिखा देगा कि इन 7000 करोड रुपयों की मदद से उसने अपनी दूसरी कंपनी मेटास को खरीद लिया है

लेकिन दूसरे शेरहोल्डर के  डिस अप्रूवल के कारण उसका यह प्लान फेल हो गया और उसे जेल जाना पड़ा

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