ये कहानी है दुनिया के सबसे बड़े ठग की जिसका नाम है विक्टर लास्टिंग इसने लोगों को कई तरीके से लूटा
1925 में इस व्यक्ति ने एफिल टावर की मरम्मत के लिए अखबार में दिए गए टेंडर के बारे में पढ़ा
और इस व्यक्ति को तुरंत आइडिया आया और उसने 5 बिजनेसमैन को लेटर भेजा
और उसने लेटर में बोला कि वह डिप्टी डायरेक्टर जनरल है मिनिस्ट्री ऑफ पोस्ट एंड टेलीग्राफ विभाग का
और गवर्नमेंट ने एफिल टावर को बेचने का निर्णय लिया है क्योंकि गवर्नमेंट के पास टावर को रेनीवेट कराने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है
इन पांचों बिजनेसमैन के साथ मीटिंग करने के बाद एक बिजनेसमैन ने विक्टर से बोला कि वह एफिल टावर को खरीदने के लिए तैयार है
जिसके चलते विक्टर ने उन्हें टेंडर देने के लिए एक मोटी रिश्वत की डिमांड की
जिसमें विक्टर को बिजनेसमैन ने ढेर सारे पैसे दिए और पैसे लेने के बाद विक्टर फरार हो गया
6 महीने के बाद उसने फिर से इसी तरीके से एफिल टावर को बेचने का प्रयास किया लेकिन वह पकड़ा गया
क्या इससे पहले आप ये अमेजिंग फैक्ट जानते थे?