क्या आप जानते है की सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान या सिप क्या है (SIP in Hindi)? आपने SIP के बारे में बात करते हुए बहुत से लोगों से सुना होगा | what sip investment
क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी केवल 20000 हजार रूपये की Monthly Investment कुछ ही सालों में 7 करोड़ में बदल सकती है। तो क्या है इसके पीछे का राज और आप भी इसको कैसे कर सकते हैं, वो हम आज के इस आर्टिकल में जानने वाले हैं।
आज हम SIP Investment के बारे में सारी जानकारी इस आर्टिकल के बाद आप जान पायेंगे कि आखिर ये छोटी छोटी Investment किस प्रकार से करोड़ों में बदल जाती है, इस आर्टिकल में हम ये भी जानेंगे कि SIP Investment क्या होता है, हम SIP किस प्रकार से कर सकते हैं, SIP Calculate कैसे करते हैं और भी बहुत कुछ तो चलिए शुरू करते हैं।
systematic investment plan क्या होता है? (what sip investment)
Systematic Investment Plan यानी कि अगर आपने एक बार किसी भी Mutual funds में Investment Start कर दी तो हर Month एक निश्चित डेट पर वो Fixed amount उस Mutual funds sip में जाता रहेगा, इसमें ना ही हमें हर महीने कुछ ट्रैक करने की जरूरत होती है, और ना ही ज्यादा दिमाग लगाने की जरूरत होती है, बस एक बार हमने SIP शुरू कर दी तो वो हर महीने जो निश्चित Amount है हमारे खाते से उस Mutual funds में जाती रहेगी।
ये जो Fixed Amount होता है वो ₹100 रूपये भी हो सकता है वहीं ₹10000 रूपये भी हो सकता है। ये पूरी तरह से हमारे ऊपर निर्भर करता है कि आप इसमें कितना पैसा Mutual fund में systematic investment plan करना चाहते हैं। इसके अलावा हमको पैसा कब Invest करना है वो भी हम Select कर सकते हैं ये Investment आप हर हफ्ते भी कर सकते हैं, Monthly, Quarterly, Half-yearly या फिर Annually भी कर सकते हैं।
तो इनमें से कोई भी जब आप चूज़ करते हैं, तो उसी के हिसाब से हमारा SIP Investment होता रहता है।आईये अब जानते हैं कि ये Interval Regular कैसे मैच होगा। तो इसके लिए हमको SIP Investment में Auto pay का Option मिलता है जोकि Automatically हमारे बैंक खाते को लिंक करके चालू कर सकते हैं, इससे हमारा SIP Miss भी नहीं होगा और regular indirect Investment भी होती रहेगी।
बस auto pay में आपको यही ध्यान देना होता है कि उस particular Date तक हमारे खाते में उतना पैसा जरूर होना चाहिए। तो मान लिजिए कि मैंने Monthly SIP चूज़ किया हुआ है, और मैंने हर महीने की 7 तारीख को auto pay शुरू किया है, मान लिजिए की मेरे SIP का पैसा ₹10000 रूपये है, तो इसका मतलब है कि हर महीने की 7 तारीख को ₹10000 रूपये मेरे खाते से automatically कट जायेगा।
लेकिन मान लिजिए की किसी महीने में 7 तरीख तक मेरे खाते में केवल ₹8000 रूपये ही हैं तो क्या मेरी SIP Miss हो जायेगी? जी हाँ इसलिए हमेशा ये कोशिश करें कि महीने की उस तरीख तक आपके खाते में उतने पैसे जरूर हों।
बहुत लोगों का सवाल होता है कि हमने auto pay तो सेट कर दिया और रेगुलर इंटरवल भी चुन लिया है लेकिन हमें ये कैसे पता चलेगा कि हमारे Investment का जो status है वो क्या है, तो हम जो भी Amount SIP Investment करते हैं, उसके बदले हमें उस Particular Fund में कुछ यूनिट Allott कर दिया जाता है।
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SIP Units Allotment कैसे होता है?
तो आईये इसको हम एक उदाहरण से समझने का प्रयास करते हैं, मान लिजीए की हम एक Mutual fund में SIP कर रहे हैं, और उस Mutual fund की Net Asset Value ₹20 रूपये है और हम उसमें हर महीने ₹1000 रूपये Invest कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि उस Mutual fund का हमें 50 Units Allott किया जायेगा ये Units=Investment/NAV Formal से निकाला जाता है।
Importance Of SIP Investment
• तो इसका सबसे बड़ा Benefit है कि हम इसमें Amount और Interval दोनों ही अपनी सुविधा के अनुसार चुन सकते हैं
• इसमें हमारा कॉस्ट एवरेज हो जाता है। आपको लग रहा होगा कि Average होना हमारे Cost का हमारे लिए किस प्रकार से फायदेमंद हो सकता है। तो आईये इसको भी हम एक उदाहरण से समझते हैं।
यह तो हम सभी को पता है कि मार्केट कभी भी एक ही दिशा में नहीं चलता है कभी मार्केट ऊपर जाता है तो कभी नीचे जाता है, जब मार्केट ऊपर जाता है तो हमको कम Units Allott की जाती है, लेकिन जब मार्केट नीचे गिरता है तो हमको ज्यादा Units allot किये जाते हैं, तो यहाँ पर यूनिट और कॉस्ट दोनों ही Average हो जाते हैं, जोकि मार्केट के हिसाब से काफी अच्छी बात है।
यही अगर हम एक ही बार में Lumpsum Investment करते हैं तो वो यूनिट हमें मार्केट के performance के हिसाब से Allot किये जायेंगे। जोकि कुछ समय अच्छा भी हो सकता है और कुछ समय बूरा भी हो सकता है।
SIP Power of Compounding
इसका मतलब जो भी हम एसआईपी के माध्यम से इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं उस पर तो हमको रिटर्न मिलता ही है, साथ ही साथ जो प्रॉफिट हमको मिलेगा उस पर भी हमको रिटर्न मिलते हैं। Power of Compounding पर हमने एक पूरा डिटेल आर्टिकल लिखा है इस लिंक पर क्लिक करके आप उस आर्टिकल को पूरा पढ़ सकते हैं।
• इसका अगला फायदा ये है कि आप इसमें Discipline तरीके से Investment कर सकते हैं, जैसा कि हमने शुरू में ही बताया था कि जैसे ही हमने अपने लिए एक Fixed Interval और एक Fixed Amount चुन लिया है तो उसके बाद उस particular Interval पर Automatically पैसे Deduct होते रहेंगे, जिससे कि एक Discipline Investment होती रहेगी और ऐसे में भूलने की भी कोई problem नहीं होगी और हमारा Investment में Miss नहीं होगा।
• अगला और बहुत ही Important benifit इसका यह है कि हमें अपना फाइनेंसियल गोल achieve करने में ये बहुत ही मदद करता है। जी हाँ हमारा कोई भी ल Financial gole हो सकता है, चाहे वो घर लेना हो, गाड़ी लेना हो या कुछ भी हो उसके लिए भी Discipline Investment होना बहुत ही जरूरी होता है जोकि SIP के माध्यम से ही संभव हो सकता है।
SIP Calculator कैसे करें?
आप इस लिंक पर क्लिक करके अपने हिसाब से अपना SIP Calculator use कर सकते हैं, चलिए आपको एक SIP Calculate करके दिखा देते है। सबसे पहले हमको इस कैलकुलेटर नें यह डालना है कि आप कितना पैसा हर महीने Invest करना चाहते हैं, तो मान लिजिए की हम हर महीने ₹20000 रूपये Invest करेंगे तो आप ₹20000 रूपये चुनें,
उसके बाद हमको रिटर्न डालना होगा Mutual funds में हमको On Average 15% का रिटर्न तो मिल ही जाता है तो हम यहाँ पर 15% चुनेंगे, अगला हमको ये डालना होगा कि आप कितने साल के लिए ये Investment करना चाहते हैं, तो आप अपनी सुविधा के अनुसार कर सकते हैं हम अभी 30 साल चुन लेते हैं।
आप इस चार्ट में देख सकते हैं कि हमारा पैसा कितना बढ़ गया है।
Monthly Investment | 20000 रुपए |
Return | 15% |
Time Period | 30 साल |
Total Investment | 72 लाख रुपए |
Estimated Return | 132996412 करोड़ रुपए |
Total Value | 140196412 करोड़ रुपए |
तो आप भी इसी तरह से अपने गोल के हिसाब से SIP Investment start कर सकते हैं। हममें से बहुत लोगों का ये सवाल होता है कि SIP बेहतर होता है कि Lumpsum तो चलिए उसको भी जानते हैं?
SIP Vs LUMPSUM Investment
तो यहां पर जैसे कि हमने बात की है systematic investment plan के बेनिफिट के बारे में SIP में एक Discipline Investment होती रहती है, रेगुलर मार्केट रिसर्च की जरूरत नहीं होती है, Interval और Amount हम खुद ही चुन सकते हैं। Amount और Risk दोनों ही Average हो जाते हैं, इसलिए SIP Investment बेहतर Option होता है।
मान लिजिए की आप एक स्टूडेंट हैं और आप investment Start करना चाहते हैं तो आपके पास शुरुआत में बहुत सारे पैसे नहीं होते हैं, तो स्टूडेंट अपने पॉकेट मनी से ही Investment Start करते हैं, तो ऐसे में SIP Option Best होता है। यही नहीं SIP सभी के लिए एक Perfect Option है।
आईये अब जानते हैं कि systematic investment plan Start करने से पहले कौन कौन सी चीज जानना बहुत ही जरूरी है?
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Important Points For SIP Mutual fund Investment
• सबसे पहली चीज है सही Funds को चुनना अब आप सोच रहे होंगे कि सही Funds क्या होते हैं, तो Basically Mutual funds के कई टाइप भी होते हैं, लेकिन सबसे पहले हमें ये देखना होगा कि उस Fund में expens ratio कितना है, अगर ज्यादा Expens ratio वाला Funds है तो फिर हमारे बहुत सारे पैसे तो कमिशन में ही लग जायेंगे, इसलिए ये ध्यान देना जरूरी है।
• Risk Factor को ध्यान में रखना
• Exit Lot को भी ध्यान देना होगा कि जब भी आप systematic investment plan से बाहर निकलो तो आपको ज्यादा चार्ज ना देना पड़ेगा
• इसके साथ ही साथ टैक्स भी एक बहुत ही इंपॉर्टेंट फेक्टर होता है।
तो ये वह सारी चीजें हैं जो कि म्यूचुअल फंड एसआईपी में ध्यान रखने वाली हैं। तो मुझे आशा है कि आप को इस SIP Investment बहुत ही अच्छे से समझ आ गया होगा अगर आपको SIP से जुड़ी कोई और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
FAQ-
Q- SIP खाता कैसे खोले?
ANS- SIP खाता कैसे खोले इसकी जानकारी आपको ऊपर बतायी गयी है। वैसे हम Groww app का इस्तमाल करते हैं SIP के लिए।
Q- SIP क्या है SIP के लाभ?
ANS- सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) आपको हर महीने एक निश्चित रकम को आपके पसंदीदा म्यूचुअल फंड स्कीम में डालने का अवसर देता है. इसके लाभों के बारे में ऊपर बताया गया है।
Q-म्यूचुअल फंड कौन सा सही है?
ANS- म्यूचुअल फंड आपके रिस्क के ऊपर निर्भर करता है। वही सही है जो की आपके रीसर्च के हिसाब से ठीक निकले।
Q- मैं अपना एसआईपी निवेश कैसे शुरू करूं?
ANS- आप जिस फंड में निवेश करना चाहते हैं, उसका चयन करके आप एसआईपी निवेश शुरू कर सकते हैं। लेकिन उससे पहले, आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करें और अपने केवाईसी विवरण एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) को प्रस्तुत करें।