Equity Linked Saving Scheme आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के तहत एक कर-बचत निवेश है | best elss funds | tax saving mutual funds
आज के इस आर्टिकल हम बात करने वाले हैं एक बेहतरीन Investment Saving Scheme के बारे में पूरी जानकारी इस Article में हम जानने वाले हैं कि Equity Linked Saving Scheme क्या होता है? ELSS कैसे काम करता है?, इसके क्या क्या फायदे होते हैं, और भी बहुत कुछ तो आप इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ियेगा, तो चलिए आपको ELSS Scheme की पूरी जानकारी देते हैं।
ELSS क्या होता है?
जैसा कि आपको नाम से ही पता लग रहा होगा कि ये Scheme Equity Linked है, Equity Linked यानी की इसमें जो मिलने वाला Intrest होता है वो Market Based होता है, Normally हम Mutual funds को हम सिर्फ एक Investment की तरह ही देखते हैं, लेकिन ELSS Mutual funds में हम Investment के साथ ही साथ Tax Saving भी कर सकते हैं।
ELSS Mutual funds में हमें Moderate Risk के साथ ही High Return मिलते हैं, जिसमें Funds Manager हमारे Return और Investment दोनों को Manage करते हैं। आईये अब जानते हैं कि ये scheme काम कैसे करती है।
ELSS कैसे काम करता है?
elss mutual funds के तहत हमारा पैसा Funds Manager के द्वारा अलग अलग स्टॉक में Invest किया जाता है, और हमें उसके हिसाब से ही Return मिलता है, जब हम Directly Stock Market में Invest नहीं करना चाहते, क्योंकि हमारे पास इतना टाइम नही होता कि हम Stocks के लिए Research करें, तो हमारे लिए Mutual funds में Invest करना Best होता है।
इसमें Funds Manager हमारे पैसे को अलग अलग जगह पर Invest करते हैं, और उसके रिटर्न हमें मिलते हैं। अगर आप Investment के साथ ही साथ अपना Tax Save भी करना चाहते हैं, तो इस funds में Investment करना हमारे लिए सबसे अच्छा Option है।
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ELSS में Investment करने का फायदा
• सबसे पहला Advantage तो यही है कि इस scheme में हमका High Return मिलता है, इसमें हमें Average Return 15% से लेकर 20% तक का मिलता है, जोकि किसी और Saving Scheme से काफी ज्यादा होता है। इसलिए ये scheme Return के मामले में हमारे लिए काफी अच्छा है।
• Normally ज्यादा तर लोग इस scheme में Investment tax Saving क्या लिए ही करते हैं, इसमें Invest करने पर हमें Section 80-C टैक्स में छूट मिलता है, मतलब कि हमारी Investment पर हमको ₹1.5 लाख रूपये तक का Tax Benefit हमें मिलता है।
• अगला फायदा ये है कि हमको इस स्कीम में Invest करने पर Moderate Risk रहता यानी की इसमें Stock market की तरह High Risk नहीं रहता और हमारा पैसा उसके हिसाब से सुरक्षित रहता है। तो यहाँ पर आपको Moderate Risk के साथ High Return भी मिलता है।
• इसमें हमारे द्वारा Invest किया हुआ पैसा बहुत ही तेजी से Compound होता है, और Compounding की वजह से पैसा बहुत ही तेजी से Grow भी करता है। जिससे कुछ टाइम के बाद हम अच्छा खासा profit earn कर सकते हैं।
• इसका अगला फायदा है इसका लॉकिंग पीरियड इस scheme का लॉकिंग पीरियड 3 साल का होता है यानी की ये एक Long term Scheme है जिसमें Invest किया हुआ पैसा हम 3 साल बाद ही निकाल सकते हैं। तो आप वही पैसे Invest करें जिनकी आपको बहुत ज्यादा जरूत ना हो, जिसमें आपका पैसा Long term के लिए सिक्योर रहता है।
• अगला फायदा इस scheme का है SIP और Lumpsum वैसे तो हम इस स्कीम में किसी भी Minimum Amount से Investment से शुरू कर सकते हैं, लेकिन हममें से कुछ लोग ऐसे होते हैं जोकि सोचते हैं कि बार बार कौन Invest करे, हम सारा पैसा एक ही बार में Invest कर देते हैं, तो इसमें आपको दोनों Option मिलतें हैं, अगर आप इस scheme में एक ही बार में पैसे Invest करना चाहते हैं, तो आप Lumpsum Amount एक ही बार में Invest कर सकते हैं।
लेकिन अगर आप एक ही बार में Invest ना करके थोड़ा थोड़ा इसमें Invest करना चाहते हैं, तो आप SIP का Option में चुन सकते हैं। तो आपको यहाँ पर अपनी Investment के लिए एक Flexibility भी मिल जाती है।
Comparison Of ELSS, PPF & NPS
तो हम यहाँ पर इस चार्ट के द्वारा एक छोटा से Comparison करके देखते हैं,
Category | PPF | NPS | ELSS |
Risk | Low | Moderate | Moderate |
Returns | 7-8% | 12-15% | 15-20% |
Tax Benefits | 1.5 Lakh | 1.5 Lakh | 1.5 Lakh |
Taxable Returns | No | No | 10% capital Gain |
Tax Benefits On ELSS Scheme
वैसे तो ELSS scheme Section 80-C के तहत आता है इसलिए हमको ₹1.5 लाख रूपये तक की Investment पर हमें टैक्स छूट मिल सकता है, लेकिन इसमें टैक्स Benefit हमारे टैक्स स्लैब पर भी Depend करता है, जितना ज्यादा हमारा टैक्स स्लैब होगा, हमें उतना ज्यादा टैक्स में Benefit होगा, अगर हम 20% Tax स्लैब में आते हैं, तो हमें ₹31200 रूपये तक का टैक्स Benefit मिलेगा, और अगर हम 30% Tax स्लैब में आते हैं तो हमें ₹46800 रूपये तक का tax Benefit मिलेगा।
तो आप अपनी Investment और टैक्स स्लैब क्या हिसाब से कैलकुलेशन कर सकते हैं। चलिए अब जानते हैं कि हम इस scheme में पैसा कैसे Invest कर सकते हैं।
ELSS Scheme में Investment कैसे करें?
इसमें हम 2 तरीकों से Investment कर सकते हैं,
• SIP
• Lumpsum
Lumpsum में हम एक ही बार में Investment कर सकते हैं, और SIP में हम थोड़ा थोड़ा पैसा Stollment में Invest कर सकते हैं।
जैसा कि हमने आपको पहले ही बता दिया है कि इस scheme का लॉकिन पीरियड 3 साल तक का होता है, तो इसमें SIP या फिर Lumpsum किसी भी तरीके से पैसे invest करने पर आप 3 साल के बाद अपने पैसे निकाल सकते हैं, लेकिन SIP के मामले में लोग थोड़ा Confused होते हैं तो हम इसका एक उदाहरण से समझते हैं,
मान लिजीए की आपने 20 दिसम्बर 2021 को अपना पहला SIP Invest किया तो आप उस महीने की SIP को तीन साल के बाद यानी की 20 December 2024 को ही निकाल पायेंगे, इसी तरह से आपने अगर अपनी दूसरी SIP Investment 20 January 2022 में इनवेस्ट किया तो आप इस SIP को 3 सावधान क्यों बाद यानी की 20 January 2025 को ही निकाल पायेंगे।
तो Insort आप इस scheme में जो भी Investment करते हैं, तो वो आप ठीक तीन साल के बाद ही निकाल पायेंगे। चलिए अब जानते हैं कि ELSS Funds कितने प्रकार के होते हैं।
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ELSS कितने प्रकार का होता है?
Basically ELSS Funds तीन प्रकार के होते हैं,
• Dividend Fund
• Growth Fund
• Dividend Re-Investment Fund
Dividend fund में आपको समय समय पर Investment का Dividend मिलता रहता है, ये वाला Fund लोग थोड़ा कम ही चुनते हैं, क्योंकि इसमें हमें Compounding Gain नहीं मिलता है।
दूसरा है Growth Fund इसमें हमें Dividend टाइमली नहीं मिलता है बल्कि आपके पैसे Compound होकर Invest होते रहते हैं और इसमें Compounding Effect की वजह से आपके पैसे मल्टीपल होते रहते हैं, और आपको पूरा पैसा बढ़ता रहता है।
अगला है Dividend Re-Investment Fund अब इसमें जो भी आपको Dividend मिल रहा होता है, आप उसको Re-Invest कप सकते हैं, जब आप ऐसा करेंगे तो आपका लॉकिन पीरियड Re-Investment की डेट से शुरू हो जायेगा, इसका मतलब कि जैसे जैसे आप Re-Investment करते जायेंगे आपका लॉकिन पीरियड बढ़ता जायेगा।
अब एक Question जिसको लेकर लोग थोड़ा Confused हो जाते हैं कि हम Aggressive funds में पैसा डालें, Safe Funds में पैसा डालें या फिर Balanced Funds में पैसा डालें तो यहाँ पर Safe funds यानी की Large cap में Risk सबसे कम होता है।
उसके बाद आता है Mid Cap जिसमें Risk Moderate होता है, और उसके बाद आता है Small Cap जिसमें Risk सबसे ज्यादा होता है। तो आप हमेशा ये कोशिश करें कि आप Balanced Funds में अपना पैसा Invest किजिए, क्योंकि इसमें तीनों ही तरह के caps में Investment हो जाता है।
तो ये आपके लिए Risk के नजरिये से भी Balance हो जाता है और Return के नजरिये से भी बहुत ही बढ़िया हो जाता है।
मुझे आशा है कि आपको ELSS scheme पूरी तरह से समझ में आ गया होगा, तो अगर आप Long term के लिए किसी भी ELSS Mutual funds में Investment करना चाहते हैं, तो आप इस scheme में Investment कर सकते हैं। अगर आपको इससे जुडी़ हुई कोई अन्य जानकारी चाहिए तो हमें कमेंट जरुर करें हम आपकी मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे।
FAQ-
Q- ELSS क्या है?
Ans- ELSS is a tax-saving investment under Section 80C of the Income Tax Act, 1961
Q- Is ELSS risk free?
Ans- No यहां पर Moderate Risk रहता है
Q- क्या ELSS अच्छा विकल्प है?
Ans- You can have good returns, but there are also chances of an investor making low to negative returns hence don’t invest in an ELSS if your time horizon is 3 years.
Q- Can I withdraw ELSS after 3 years?
Ans- 3 साल पूरे होने के बाद आप अपना पैसा निकाल सकते हैं
Bhai blo ko sahi se opmaze karo