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दिल्ली का प्रसिद्ध बटला एनकाउंटर कांड (batla house encounter)
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batla house encounter case 2008 Image Source: abplive.com |
सन् 2008 के batla house encounter पर आज साकेत कोर्ट ने फैसला सुना दिया, जिसके बाद से ही केंद्र में भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने उस समय की तत्कालीन सरकार में रहे कई मंत्रियों और सोनिया गाँधी की कड़ी आलोचना की कर रही है। इसी पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर कहा कि सोनिया गांधी, ममता बनर्जी, दिग्विजय सिंह तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पर निशाना साधते हुआ कहा कि इन सभी लोगों ने पुलिस के द्वाराकी गई कार्यवाही पर सवाल उठाये थे।
निम्नलिखित धाराओं के तहत कार्यवाही
दिल्ली के साकेत कोर्ट ने लगभग 13 साल के बाद आज आरिज खान को सजा सुना ही दी, दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश किए गए कई महत्वपूर्ण सबूतों पर साकेत कोर्ट ने टिप्पणी की कि इसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर दिल्ली पुलिस को काफी नुकसान पहुचाया था। कोर्ट ने आरिज के ऊपर भारतीय दंड संहिता के 186, 333, 353, 302, 307 तथा 174a के तहत ये सजा सुनाई है।
और इन सब ने आतंकवाद का पक्षपात किया था। मैं मांग करता हूँ कि इन सभी को पूरे देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। शायद आपको यह पता होगा कि 13 साल पहले 2008 में के batla house encounter में शामिल एक आतंकी आरिज खान को साकेत कोर्ट ने दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। साथ ही उस पर 11 लाख रूपये का जुर्माना भी लगाया। कोर्ट ने उसके अपराध को रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस माना और उसको समाज के लिए करता बताया।
क्या है बाटला हाउस एनकाउंटर कांड (What Is Batla House Case)
19 दिसम्बर 2008 में दिल्ली में स्थित जामिया नगर के इलाके में batla house में इंडियन मुजाहिदीन के कई संदिग्ध आतंकियों तथा दिल्ली पुलिस के बीच भीषण मुठभेड़ हुआ था जिस एनकाउंटर में दो संदिग्ध आतंकी आतिफ अमीन और मोहम्मद साजिद पुलिस एनकाउंटर में मार दिये गये थे। इसी मुठभेड़ में दो अन्य संदिग्ध आतंकी सैफ मोहम्मद और Arriz Khan दोनों ही भागने में कामयाब रहे, जबकि एक अन्य को जिसका नाम जीशान था को दिल्ली पुलिस के द्वारा बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था।
इस एनकाउंटर के बाद देश भर में हुआ था हंगामा
इस पूरे एनकाउंटर के बाद भारत में हर जगह हंगामा हुआ था, इस batla house encounter को दिल्ली पुलिस की तरफ से दिल्ली पुलिस इंस्पेक्टर और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट मोहन चद्र शर्मा ने लीड किया था, लेकिन इस मुठभेड़ में सिर पर गोली लगने की वजह से उनकी मौत हो गई थी। हालांकि शर्मा की मौत काफी विवादों में रहा था। और उनकी मौत पर लोगों के द्वारा तरह तरह की बातें की जा रही थी।
अगर हम एनकाउंटर स्पेशलिस्ट मोहन चंद्र शर्मा ने 35 से भी अधिक एनकाउंटर किया था और 80 से भी अधिक आतंकी लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि इस एनकाउंटर के बाद से ही देश भर में विभिन्न जगहों पर व्यापाक विरोध प्रदर्शन किया गया था, जिसमें इस एनकाउंटर की न्यायिक जांच करवाने की भी मांग उठी थी।